हमारा अंतरीक्ष अंधकार और कई रहस्य से भरा हुआ है इसे जितना सुलझाओगे ये उतना ही उलझता जाता है एक तरह से अंतरीक्ष एक हॉरर , अँक्शन , रहस्यमयी , मजेदार और रोमांचक तथ्यो की फिल्मो का एक मेल है
अंतरीक्ष इतना बडा है की अगर हम हमारी पृथ्वी और इन्सानो की स्केल से देखे तो जितना हमारे लिये एक ॲटम का साइज है उससे भी कई गुना छोटा अंतरीक्ष के इस पुरे ब्रम्हांड के स्केल पर हमारा साईझ है आप सोचिये की ॲटम से भी छोटी साइझ
इस ब्रम्हांड मे इतने रहस्य चुपे है की आज तक हमने इसके बारे जितना भी जाना है वो 0.1 % भी नहीं है
अगर मैने आपसे पूछु की इस ब्रह्मांड मे सबसे तेज गती से चलने वाली चीज कोणसी है तो आप कहोगे प्रकाश .
प्रकाश की गती सबसे तेज है देखा जाये तो वो कुच
299 792.458 km/s
लेकीन मे कहू की इस ब्रम्हांड की सबसे धिमी चीज किसी की है तो वो प्रकाश की गती है तो ?
प्रकाश की गती हमारे और हमारे सोलर सिस्टम के स्केल से प्रकाश की गती सबसे तेज है लेकीन पुरे ब्रम्हांड की स्केल से देखे तो प्रकाश की गती सबसे धीमी है
अगर हम सोचे की प्रकाश की गती से चांद पर जाना है तो हमे 1.255 सेकंड लगेंगे
इसी गती से प्लुटो पर जाणे के लिये 4.5 घंटे लगेंगे
हमारे पास के स्टार सिस्टम (proxima centauri) जाणे मे 4.22 साल लगेंगे
पास की अँड्रोमेडा गॅलेक्सी तक जाणे मे हमे 2.54 मिलियन साल लगेंगे इतने वक्त मे तो हमारी सेकडो पिढीया चली जयेंगी
तो आपणे देखा जैसे जैसे स्केल बढेगी हमे बोहोत बडी लगणे वाली चीज बोहोत ही छोटी होती जायेगी
इसे ऐसे समजे की एक चीटी है अगर हम छोटीसी चीटी की स्केल से दुनिया देखे तो उनके लिये हमारी इंसानो गती सबसे तेज गती होगी
अगर हमारे सोलर सिस्टम के कूच फॅक्ट्स बताऊ तो
- हमारा सोलर सिस्टम 4.571 बिलियन साल पुराना है पेहले हमारे सोलर सिस्टम मे सिर्फ ASTEROIDs थे लेकीन उसके बाद उनके को से हमारे प्लॅनेट बन्ना शुरू और गॅसेस से (Gaseous) प्लॅनेट जैसे (Jupiter , Saturn)
- हमारे सोलर सिस्टम के आखरी ग्रह प्लुटो के बारे मे वैज्ञानिक आज भी कन्फ्युज है की ये प्लॅनेट है या नही इसलिये इस अभी प्लॅनेट की श्रेणी मे नाही रखा है
- क्या आप जाणते है की प्लुटो का (Diameter) US के चौडाई से भी कम है और प्लुटो का सर्फेस एरिया रशिया के सर्फेस एरिया से भी कम है मतलब प्लुटो जितना छोटा है आप अंदाजा लगा सकते हैं
- क्या आपको पता है शुक्र एक (windy) प्लॅनेट है और इसकी विंड्स की स्पीड ग्रह की घुमने की गती से भी ज्यादा है और सोलर सिस्टम का एक ही प्लॅनेट है जो अपनी ॲक्सिस पर उलटा घुमता है
- हमारी धरती के ज्वालामुखी मे से लावा आग निकलती हैं लेकीन फॅक्ट ये है की प्लुटो के ज्वालामुखीयो मे से जमी हूइ बर्फ निकलती है
2 टिप्पणियाँ
Wahhhh
जवाब देंहटाएंNice
जवाब देंहटाएं