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Ingenuity Mars Helicopter Flight Test (in hindi)

 


नासा के मार्स परसिवरन्स रोव्हर के मंगल ग्रह की सतह पर सफल लँडिंग के बाद रोव्हर ने अपना काम मंगल ग्रह पर शुरू कर दिया हैं यानी वहा पर जीवन के सबुत धुंडणा और पानी खोजना लेकीन अभी एक काम बाकी है आपको पता ही हैं (Persevrance) रोव्हर के साथ एक छोटा हेलिकॉप्टर भी मंगल ग्रह पर भेजा गया है जोकि एक (technology demonstration) हेलिकॉप्टर है इसे मंगल ग्रह पर उडाया जयेगा और और देखा जायेगा की ये मंगल ग्रह पर उडेगा या नही 

 

अगर ये फेल भी हो जाता है तो कोई बात नहीं क्यूकी ये सिर्फ एक टेस्ट है की उड सकता है या नही बाकी नासा का मेन मिशन (Perseverance) रोव्हर है 

इस हेलिकॉप्टर का नाम (Ingenuity) है इसका अर्थ होता है (सरलता) ये हेलिकॉप्टर किसी दुसरे ग्रह पर उडान भरणे वाला पेहला क्राफ्ट बनेगा और इसकी खास बात ये हैं की इसमे दुनिया के सबसे पहले प्लेन (विमान) का हिस्सा लगाया गया हैं 1903 मे राईट ब्रदर्स ने बनाया पेहला विमान जीसका नाम (राईट फ्लायर्स) था उसे लगा हूआ एक कपडे का तुकडा इस हेलिकॉप्टर मे लगाया गया हैंं


14 एप्रिल को (ingenuity) अपनी पेहली उडान भरेगा  नासा की जेट प्रोपेेेल्शन लॅबोरेटरी के मुताबिक ये एक राईट ब्रदर्स मोमेंट होगा राईट ब्रदर्स के होमटाऊन ओहायो के करीलोन हीस्टॉरिकल पार्क ने एक मलमल का छोटाा तुकडा नासा को दिया था जोकि दुनिया के पहले विमान का था

 इस विमान की लकड़ी और कपड़ा चांद पर भी 1969 में अपोलो 11 मिशन पर जा चुका है। हेलिकॉप्टर के सोलर पैनल के नीचे एक केबल में यह कपड़ा लगाया गया है 

(Ingenuity) अभी रोवर के नीचे लगा है और इसकी प्रोटेक्टिव शील्ड को हटा दिया गया है 



 यह Jezero Crater में लैंडिंग साइट के करीब ही उड़ान भरेगा 

अगर यह सफल होता है तो आने वाले मिशन्स में इसकी मदद से ऐसी जगहों पर जाने में मदद मिलेगी जहां रोवर  नहीं जा सकते इससे पता चलेगा की  मंगल ग्रह की सतह और वायुमंडल में रोटरक्राफ्ट टेक्नॉलजी का इस्तेमाल किया जा सकता है या नहीं

इससे भविष्य मे मानव के लिये काम आ सकता है एक वेहिकल

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